खरगोश और कछुआ
खरगोश और कछुआ खरगोश और कछुआ :- बहुत समय पहले की बात हैं | एक वन में एक खरगोश और एक कछुआ रहते थे| दोनों गहरे मित्र थे| एक दिन वे दोनों मित्र सैर के लिए निकले| ये सब तो होना ही था | क्योकि खरगोश तेज चलता और कछुआ धीरे- धीरे चलता था | ये सब देख कर खरगोश को कछुए की चाल पर हँसी आ गई| वह बोला, क्या तुम बीमार हो जो चींटी की चाल चल रहे हो| वो भी इतने धीरे – धीरे चल रहे हो | तुम भी मेरी तरह तेज गति से चलते रहो | चलो कोई बात नहीं आओ मेरे साथ दौड़ का मुकाबला करो| कछुआ बेचारा चुप रहा| खरगोश ने फिर ताना मारा| और कछुए ने कहा मुझे तुम्हारी चुनौती स्वीकार है| कल दोपहर को दौड़ेंगे| Aa Ki Matra Ke Teen Varno Ke Shabd Bina Matra Ke 5 Varno Ke Shabd Bina Matra Ke Char Varno Ke Shabd Bina matra Ke Teen Varno Ke Shabd How To Write School Essay खरगोश और कछुआ अगले दिन कछुआ और खरगोश दोनों इकट्ठे हुए| दोपहर का समय था| धूप में तेजी थी दोनों दौड़ने के लिए तैयार हो गए| एक …